पिछले 11 से अधिक वर्षों से आशारामजी बापू जेल में हैं तब से लेकर आजतक न उनको बेल दी गई है, ना पैरोल ना फरलो । जेल के तनावपूर्ण वातावरण एवं अनुकूल चिकित्सा के अभाव में उनका स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन बिगड़ता चला जा रहा है ।
86 वर्ष की इस वयोवृद्ध अवस्था में उनके शरीर को हृदयरोग, पौरुष ग्रंथि की वृद्धि (prostate enlargement), संधिवात (arthritis) एवं रक्ताल्पता (anaemia) आदि कितनी ही बीमारियों ने घेर लिया है । अभी हाल ही कराई गई एंजियोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार बापूजी के हृदय में 3 ब्लॉकेज पाए गए हैं । 99% 90% 85% जिससे अति तीव्र वेग के साथ हार्ट अटैक की स्थिति बनती है और पिछले 4 महीनों में अनेक घातक अटैक आ चुके हैं।
लेकिन इस बार भी अपने अनुकूल उपचार के लिए लगाई अर्जी कोर्ट द्वारा नामंजूर की गई है जिससे करोड़ों भारतवासी इस अन्याय के विरुद्ध सड़कों पर आ गए हैं और मांग कर रहे हैं बापूजी को अनुकूल चिकित्सा मिले और निर्दोष संतश्री को शीघ्र कारावास से मुक्त किया जाए ।